वैदिक ज्योतिष में शत्रु भाव ही छठे भाव के रूप में लोकप्रिय है। आपकी कुंडली के अन्य भागों की तरह ही यह भी बड़ा महत्व रखता है और यह अद्वितीय भी है। आमतौर पर इस भाव का संबंध आपके स्वास्थ्य और कल्याण से होता है। यही वजह है कि इसे रोग स्थान भी कहा जाता…
ज्योतिष में हर भाव का अपना अलग महत्व होता है। इसलिए व्यक्ति के बारे में संपूर्ण जानकारी देने से पहले ज्योतिषी हर भाव पर दृष्टि डालता है। अपने पिछले Video में हमने आपको प्रथम भाव के बारे में जानकारी दी थी। आज अपने इस Video में हम आपको बताएंगे कि ज्योतिष शास्त्र में कुंडली के…
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