True Value of Love

आज की इस दुनिया में सच्चा प्यार मिलना ऐसा ही है जैसे किसी बेरोजगार की अचानक से सरकारी जॉब लग जाना। हालांकि चमत्कार तो किसी की भी जिंदगी में हो सकते हैं। और कुछ लोगो को सच में true love मिल भी जाता है। लेकिन सिर्फ सच्चा प्यार मिलना ही जिंदगी नहीं है उस प्यार की वैल्यू (value of love) समझना भी बहुत जरूरी है। आजकल लोगों को सिर्फ दो चार दिन का इश्क़ वाला लव होता है और समय गुजरते गुजरते रिश्तों में खटास आ जाती है।

और अंत में कहानी breakup पर आकर end हो जाती है। आज की Generation का हाल यही है। और इसकी वजह है की हमे प्यार की सही वैल्यू नहीं पता और ना ही हम जानना चाहते हैं। किसी से प्यार हो जाने के बाद रिश्ते में अनबन होना एक साधारण सी बात है। लेकिन हम चाहें तो उस परेशानी को हल भी कर सकते हैं। लेकिन हम उस परेशानी का हल निकालने के बजायी उस परेशानी से ही छुटकारा पाना चाहते हैं। और फिर breakup के बाद यही बोलते हैं की “प्यार व्यार कुछ नहीं होता। सब बकवास की बातें हैं।” 

आज की शार्ट लव मोटिवेशनल स्टोरी के जरिये आप प्यार की सही वैल्यू को समझेंगे। आप ये बात जान पाएंगे की किस तरह एक टूटते रिश्ते को बचाया जा सकता है। इस love story video को पूरा जरूर  dekhen । और ये बात जानें की वो क्या चीज़ है जो प्यार को सही वैल्यू देती है।

ये कहानी एक छोटे से आइलैंड की है जहाँ पर सभी फीलिंग्स यानि की भावनाएं रहा करती थी। उस आइलैंड में सब कुछ थी चल रहा था  | लेकिन कुछ समय बाद वहां रोजाना बारिश होने लगी और सभी Feelings को लगने लगा की अब वह आइलैंड डूबने वाला है।

वहां से निकलने के अपने लिए सभी Feelings नाव बनाने लगी लेकिन प्रेम को लगा की आइलैंड नहीं डूबेगा और हमेसा की तरह बरसात रुक जायेगी तो प्रेम ने अपने लिए नाव नहीं बनाई। कुछ दिन बाद बहुत तेज बारिश हुई और साथ ही तूफ़ान आया और वो आइलैंड सुच में डूबने लगा।

सभी Feelings अपनी-अपनी नांव लेकर वहां से निकलने लगी, लेकिन प्रेम अकेला रह गया,अपनी जान बचाने के लिए प्रेम इधर उधर मदद की तलाश करने लगा।

उसी समय प्रेम की नज़र प्रॉस्पेरिटी यानि समृद्धि पर पड़ी, जो एक बड़ी सी नांव में वहां से गुजर रही थी। प्रेम ने उसे पुकारा और पूछा, “समृद्धि क्या तुम मुझे अपनी नांव में लेकर चलोगी..?”

समृद्धि ने कहा,” नहीं प्रेम, मैं तुम्हे अपने साथ नहीं ले जा सकती। देखो, मेरी नांव में कितना सारा सोना-चाँदी है, इसमें किसी और के लिए जगह नहीं है,” ऐसा कहकर वो वहां से चली गयी।

कुछ देर बाद प्रेम ने घमंड को अपनी सुन्दर सी नाव में जाते हुवे देखा…तो प्रेम ने घमंड से मदद के लिए पूछा।
घमंड ने कहा,”अरे नहीं प्रेम, तुम पूरी तरह भीग चुके हो, तुम्हारे आने से मेरी सुन्दर नाव ख़राब हो जाएगी।” ऐसा कहकर घमंड भी वहां से चला गया।

उदासी भी निकट ही थी तो प्रेम ने उससे मदद के लिए पूछा।
उदासी ने कहा,”ओह प्रेम, मैं बहुत उदास हूँ और इस वक़्त अकेला रहना चाहती हूँ।”

ठीक उसी समय ख़ुशी भी वहां से गुजरी लेकिन वो इतनी खुश थी की उसने प्रेम की तरफ ध्यान ही नहीं दिया। और वहां से निकल गयी।

अब प्रेम को लगने लगा की वो इस आइलैंड के साथ ही डूब जायेगा और वो अपने आखिरी समय का इंतज़ार करने लगा। लेकिन तभी एक आवाज आयी, “आओ प्रेम, मेरे साथ आ जाओ। मैं तुम्हें ले चलता हूँ।”

प्रेम ख़ुशी-ख़ुशी उस नांव मैं बैठ गया और उसने ये तक नहीं पूछा की वह कहाँ जा रहे हैं और उसे ले जाना वाला कौन है।

किनारे पर पहुँचने के बाद प्रेम ने राहत की सांस ली और प्रेम को ये एहसास हुवा की जिसने उसकी सहायता की उसके बारे में उसे कुछ भी नहीं पता है। तो ये बात जानने के लिए प्रेम, ज्ञान के पास गया और उसने पूछा की उसे बचाने वाला कौन था…?

तो ज्ञान ने बताया की…वह समय था

प्रेम ने हैरान होते हुवे पूछा, “समय..! भला समय मुझे कkaise बचाएगा..?
ज्ञान मुस्कुराया और बोला, “क्यूंकि, समय ही है जो प्रेम की वैल्यू को समझ सकता है।”

ये कहानी हमे लाइफ की बहुत बड़ी बात सिखाती है, समय ही हमें हमारे प्यार की सही वैल्यू समझाता है फिर चाहे वह प्यार हमे हमारी फॅमिली से मिले या हमारे दोस्तों से या फिर किसी और से। हमारे रिश्ते कभी एक जैसे नहीं रहते, अगर उनमे प्यार है तो कभी ना कभी लड़ाई भी होगी, लेकिन कई बार बुरा वक़्त आने पर हम अपने रिश्तों को तोड़ देते हैं, उस वक़्त हमे ये लगता है की हमारे रिश्तों में प्यार बचा ही नहीं लेकिन हम ये भूल जाते हैं की सही समय आने पर रिश्तों में प्यार फिर से आ जाता है।

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