वृश्चिक राशि (Scorpio) सम्पूर्ण जानकारियाँ

वृश्चिक राशि के लोग स्वभाव से दृढ़ होते हैं और उन्हें गुस्सा जल्दी आता है। इस राशि के लोग बातचीत में स्पष्टवादी होते हैं और दूसरों से जल्दी बदला लेते हैं। ज्यादा क्रोध से इन्हें नुकसान भी पहुंच सकता है इसलिए इन्हें अपने क्रोध पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता होती है।

uबदला लेने और बदला पाने की इच्छा इनकी रगों में खून बन कर दौड़ता हैं। इनकी विस्मयकारी शक्ति और रहस्यमय नजरें इनके आस पास के लोगो को सम्मोहित कर देती हैं। ये तीव्र, हावी, क्रूर और प्रतिबद्ध होते हैं। और अपने जीवन की लड़ाई अपनी उत्सुक बुद्धि, धैर्य और रचनात्मकता के साथ लड़ने के लिए अभ्यस्त हैं। निश्चित रूप से ये मिलनसार या उदार नहीं होते हैं लेकिन अपने लाभ के लिए जोड़-तोड़ करने वाले या षड्यंत्र करने वाले नहीं होते हैं।

वृश्चिक राशि के लोगों की इच्छा शक्ति बहुत मजबूत होती है और ये एक दूसरे में बहुत जल्दी घुल मिल जाते हैं। इन्हें चटपटा खाना पसंद होता है और ये आराम पसंद करते हैं। ये ज्यादा काम करने से बचना चाहते हैं। उन्हें अनुशासन में रहना पसंद होता है। इन्हें शोहरत और दिखावा ज्यादा पसंद होता है। इनके मित्रों का दायरा काफी ज्यादा होता है। इस राशि के लोग पुलिस, शिक्षक,ज्योतिषी हो सकते हैं। धर्म के प्रति आपकी निष्ठा होती है। इनमे धन और ऐश्वर्य प्राप्ति की तीव्र इच्छा होती है। वृश्चिक राशि की लड़कियां पुरुषों की अपेक्षाअधिक चतुर स्वार्थी भौतिकवादी एवं सफल होती हैं।

वृश्चिक राशि के जातकों का प्रेम संबंध एक अनोखे प्रकार का होता है। इनका पंचम स्थान मीन से संबंधित है। इसीलिए इस राशि के लोग अक्सर भ्रम के शिकार रहते हैं। वृश्चिक राशि वाले लोग प्रेम के भूखे होते हैं। उनकी शक्ति प्रेम ही होती है। ये प्रेम के बदले प्रेम की चाह रखते हैं। इस राशि के जातक दूसरों पर विश्वास नहीं करते, जिसकी वजह से वह किसी भी स्थिति से निपटने का भार स्वयं ही उठाते हैं और इसकी वजह से ईर्ष्या और संदेह का वातावरण बन जाता है। 

वृश्चिक राशि के व्यक्ति अपनी इच्छाओं को दूसरों पर थोपते हैं। ये लोग स्वभाव से प्रेमी तथा भावुक होते हैं। वृश्चिक राशि के जातकों की सबसे बड़ी कमजोरी यह होती है कि वे अपने साहस का इस्तेमाल करने और सीधा हमला करने से डरते हैं। हालांकि अपने साहस का प्रयोग करने की बजाय ये अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए व्यापक और चालाक योजनाएं बनाते हैं। बुद्धिमता की कमी के कारण वृश्चिक राशि के लोग खुद अपने लिए समस्या उत्पन्न कर लेते हैं। इस राशि वाले जातक अपनी उपेक्षा सहन नहीं कर पाते हैं। यदि एक बार ये किसी से क्रुद्ध हो जाए तो उसे माफ़ नहीं करते हैं। ये लोग ऊपर से दिखने में शांत होते हैं लेकिन इनके मन में बदला लेने की भावना छिपी होती है जो कि अवसर मिलते ही ये अपने शत्रु पर निर्दयता से चोट कर देते हैं या उसे अन्य तरीकों से हानि पहुंचाने की कोशिश करते हैं। इन कमियों को दूर करने के लिए हिन्दू पद्धति में वृश्चिक राशि के जातकों के लिए कुछ उपाय बताये गए हैं, जैसे- कष्ट होने पर हनुमान चालीसा और रामायण का पाठ करें तथा महामृत्युंजय मंत्र, गायत्री मंत्र और रामनाम का जाप कर सकते हैं।

वृश्चिक राशि के लोग कद काठी में मजबूत दीखते हैं और मानसिक रूप से भी बहुत मजबूत होते हैं। ये लोग किसी से डरने वाले नहीं होते हैं। ये दूसरों को प्रभावित करना जानते हैं। इनको कोई भी आसानी से परेशान नहीं कर सकता है। ये लोग परिवार को साथ में लेकर चलने वाले होते हैं। वृश्चिक राशि के लोग किसी को भी धोखा नहीं देते हैं लेकिन यदि कोई इन्हें धोखा देता है तो ये उन्हें छोड़ते भी नहीं हैं। ये अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाते हैं। ये लोग राजनीति में सफल होते हैं। ये बहुत ही बुद्धिमान व्यक्ति होते हैं और उन्हें स्वतंत्र रहना पसंद होता है।

वृश्चिक- भाग्यशाली अंक

Hiइसीलिए 9 अंक की श्रृंखला 9, 18, 36, 45, 63…इनके लिए शुभ होती है। इनके अलावा 1, 2, 3 अंक शुभ, 6, 8 अंक सम और 4, 5 अंक अशुभ होता है। यदि आप इन अंकों को ध्यान में रखकर कार्य करें तो यह अवश्य लाभकारी होगा।

वृश्चिक- भाग्यशाली रंग

अगर रंग की बात करें तो वृश्चिक राशि वालों के लिए लाल, मटमैला रंग भाग्यशाली होता है। इन रंगों के वस्त्र पहनने से मानसिक शांति मिलती है। वृश्चिक राशि वाले लोगों के लिए जेब में हमेशा लाल रंग का रुमाल रखना बहुत फायदेमंद होता है। लाल रंग को अपने कपड़ों में किसी न किसी रूप में अवश्य रखें।

वृश्चिक- भाग्यशाली दिन

वृश्चिक राशि का ‘मंगल’ ग्रह से निकट का संबंध है। इस कारण इस राशि के जातकों के लिए भाग्यशाली दिन मंगलवार होता है। इस दिन ये लोग प्रसन्न रहते हैं। इनके लिए कभी-कभी सोमवार और गुरुवार का दिन भी शुभ होता है, जबकि बुधवार अशुभ और रविवार आर्थिक सुखकारी होता है।

वृश्चिक- भाग्यशाली रत्न

वृश्चिक राशि वाले लोगों के लिए “मूंगा” भाग्यशाली रत्न होता है। इसीलिए मंगल खराब रहने पर इसे पहनना चाहिए। आप 6 रत्ती का मूंगा सोने या तांबे में जड़वाकर मंगलवार के दिन शुभ मुहूर्त में मंगल देव का ध्यान करते हुए अनामिका अंगुली में धारण करें तो यह अधिक लाभप्रद रहता है।